Sunday, March 13, 2011



क्रिकेट के अलावा टीवी रियल्टी शो भी सट्टे के शिकार हो रहे हैं. 'झलक दिखला जा' पर करोड़ों का सट्टा खेला गया और सटोरियों ने मियांग चांग की जीत पर वारा-न्यारा किया.


रियल्टी शो में करोड़ों का सट्टा

अब तक यह बीमारी क्रिकेट में ही थी पर अब टीवी के रियल्टी शो भी इसकी जद में आ चुके हैं. j खबर है कि डांसिंग विथ स्टार्स के भारतीय संस्करण 'झलक दिखला जा' में विजेता को लेकर एक सप्ताह में करीब दो सौ करोड़ रुपये का सट्टा लगा. जिन लोगों ने मईयांग चंग की जीत पर सट्टा लगाया था उनके वारे न्यारे हो गए क्योंकि चंग बहुत दमदार डांसर नहीं माने जाते थे क्योंकि वे पेशे से डेंटिस्ट और शौकिया गायक रहे हैं जिन्होंने इंडियन आयडल थ्री में विजेता होने के बाद स्टेज शो की एंकरिंग और एक्टिंग भी शुरू कर दी है और बदमाश कंपनी फ़िल्म में शाहिद कपूर के मित्र का रोल कर चुके हैं. प्रीतीश नंदी की आनेवाली फ़िल्म सेवेंतींस में भी वह आनेवाले हैं.

'झलक दिखला जा' प्रोग्राम शुरूआत से ही बहुत चर्चित हो गया था क्योंकि इसमें शामिल होने वाले भी ख़ास थे और इसके जज भी. डांस की झलक दिखलानेवालों में 'बाबूजी ज़रा धीरे चलो' फेम याना गुप्ता भी थीं और रेणुका शहाने, शेखर सुमन, सलमान, अनुष्का मनचंदा, रागिनी खन्ना, माही विज, अंकिता लोखंडे, दयानंद शेट्टी जैसे कलाकारों के अलावा बाक्सर अखिल कुमार ने भी अपनी कला को आजमाया. सुशांत सिंह राजपूत और याना गुप्ता में से ही किसी को विजेता माना जा रहा था पर जीत मिली मईयांग चंग को. आख़िरी दौर में मईयांग चंग को सबसे ज्यादा एसएमएस मिले, जिसके आधार पर उन्हें विजेता करार दिया गया. इस मशहूर शो के होस्ट थे मोना सिंह (जस्सी) और सुमीत राघवन. यह शो इसलिए ही चर्चा में रहा कि 'धक् धक् गर्ल' माधुरी दीक्षित इसके तीन जजों में से प्रमुख थीं. मलाईका अरोरा खान और रेमो डिसूजा अन्य जज थे. इस पूरे शो के दौरान अनेक फ़िल्मी सितारों ने भी हाजिरी दर्ज कराई और डांसर्स का हौसला बढ़ाया.

झलक दिखला जा की शुरूआत ही धमाकेदार हुई थी. पहले शो में ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी और कैबरे क्वीन हेलेन के साथ ही गोविंदा, धर्मेन्द्र आदि ने प्रोग्राम में आकर झलकियाँ दिखाई थी. बाद में प्रियका चोपड़ा, रानी मुखर्जी, रितेश देशमुख आदि भी प्रतिभागियों का हौसला बढ़ाने और अपनी आनेवाली फिल्मों का प्रचार करने आ गए थे. इस डांस शो में प्रतिभागियों को सभी तरह के डांस करने थे जिनमें जाज़, साम्बा, चा चा, साल्सा, टेंगो, फोक, क्लासिकल, लोकिंग एंड पोपिंग, हिप हाप सभी तरह के डांस करने थे. हरेक के साथ एक एक जोडीदार भी था जो आम तौर पर डांस डायरेक्टर था. तेरह हफ्ते के इस प्रोग्राम में हार हफ्ते एक एक टीम आउट होती गयी. अंत तक बची मईयांग चंग, याना गुप्ता और सुशांत सिंह राजपूत की जोड़ी और फैसला होना था जनता के एस एम एस से मिले वोटों के आधार पर. यह माना जा रहा था कि मईयांग चंग मूलत: डांसर नहीं हैं इसलिए यह जीत किसी डांसर की ही होगी. कौन जीतेगा सट्टा इसी बात पर था और सटोरियों ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की होगी कि वे सट्टे में भारी मुनाफा कमायें, जिसके लिए बड़ी संख्या में एसएमएस भेजे और भिजवाये गए होंगे. मईयांग चंग पहले इंडियन आयडल थ्री के विजेता रह चुके हैं लेकिन यहाँ मामला गायन का नहीं, डांस का था और चीनी मूल के भारतीय डेंटिस्ट चंग को वोट देनेवालों की तादाद का भी अंदाज़ शायद ही था. सट्टे बाज़ार कि मज़बूरी होती है कि अगर किसी एक प्रतियोगी की जीत का बड़ा सट्टा अगर खा लिया जाए तो वह उसे हराने और मुनाफा कमाने के लिए जुट जाता है. अमेरिका में रियल्टी शो में यह आम बात है और दुनिया के कई देशों में तो सट्टा भी गैरकानूनी नहीं माना जाता.

जिस तरह क्रिकेट में होनेवाल सट्टा खेल को प्रभावित करता है वैसे ही यहाँ भी सटोरियों की वोटिंग से सही प्रतियोगियों का हौसला पस्त होता है लेकिन यहाँ बात डांस की नहीं, धंधे की है. विजेता टीम को भले ही पचास लाख रुपये मिलें, सटोरियों के तो करोड़ों रुपये लगे होते हैं. ऐसे सट्टेबाजों के बीच कलाकारों पर क्या गुजराती होगी, यह तो वे ही बता सकते हैं!
प्रकाश हिन्दुस्तानी

हिन्दुस्तान
13 मार्च 2011

1 comment:

shripal singh panwar said...

thanks