Sunday, December 19, 2010



संक्रामक 'फेसबुक' के जनक मार्क जुकेरबर्ग
टाइम पत्रिका ने इस बार 'पर्सन ऑफ दी ईयर' ऐसे व्यक्ति को माना है, जो केवल 26 साल का है. खरबपति है. जिसने डिग्री नहीं ली और बीच में पढ़ाई छोड़ दी. जिसके जीवन से प्रेरित हॉलीवुड फीचर फिल्म बना चुका है. जिसका बचपन कंप्यूटर गेम खेलने में नहीं, बनाने में बीता. जो १६ की उम्र में अंगेजी के साथ फ्रेंच, हीब्रू, लेटिन, ग्रीक भी बोल-पढ़ लेता था. हार्वर्ड में पढ़ाई के दौरान उसने लोगों को जोड़नेवाली सोशल नेटवर्क वेबसाइट बनाई, जिसके 55 करोड़ सदस्य हैं. अगर इन सदस्यों का कोई देश होता तो चीन और भारत के बाद तीसरा सबसे बड़ा देश होता. आज अमेरिका के 70 प्रतिशत लोग उससे जुड़े हैं. कई देशों में इस साइट पर रोक है. जी हाँ, हम फेसबुक के जनक मार्क जुकेरबर्ग की बात कर रहे हैं.

हार्वर्ड में पढ़ाई के दौरान कुछ छात्रों ने डेटिंग वेबसाइट की योजना बनाई थी. कनेक्टयू, डेटमेश, फेसस्मेश, मेशेबल नाम पर भी चिंतन हुआ. फाइनल हुआ कनेक्टयू. कैमरून विन्कलेवास और टेलर विन्कलेवास नामक दो भाई और भारतीय मूल के दिव्य नरेंद्र ने भी इसमें साथ दिया था. छात्रों में साइट खूब पसंद की गई. हाल ये हो गया कि लोड के कारण सर्वर जवाब देने लग जाता. आख़िर मार्क ने पढ़ाई छोड़कर 2 फ़रवरी 2004 को साइट लांच कर दी. नाम दिया गया फेसबुक. 6 साल में ही इस सोशल नेटवर्किंग साइट ने संक्रामक प्रसिद्धी पा ली. 55 करोड़ सदस्य, 75 भाषाएँ, 1600 कर्मचारी, वेल्युएशन में अरबों का मूल्यांकन. (जो हर रोज़ बढ़ता जाता है). फेसबुक को इसी साल 'बेस्ट इम्प्लायर' का सम्मान भी मिला है और फ़ोर्ब्स पत्रिका ने उन्हें दुनिया के सबसे धनी लोगों के साथ ही सबसे पावरफुल व्यक्तियों में शुमार किया है.

फेसबुक की लोकप्रियता के बाद मार्क पर कई आरोप लगे. कॉलेज के साथी विन्कलेवास बंधुओं ने आइडिया चुराने का मुकद्दमा लगा दिया, जिसमें कोर्ट के बाहर समझौता कर के 12 लाख शेयर और दो करोड़ डॉलर का भुगतान करना पड़ा. ये भी आरोप लगे कि इस साइट से गोपनीयता का हनन होता है. हैकर्स ने भी साइट पर डाका डाला. उन पर अनुचित आचार व्यवहार का इलज़ाम भी लगा. कुछ लोगों ने मार्क की तुलना बिल गेट्स से की तो किसी ने कहा कि कहा बिल गेट्स और कहाँ मार्क? किसी ने उन्हें स्टाइल आयकॉन माना तो किसी ने पूर्व प्रेमिका को बिच कहे जाने पर मार्क की धज्जियाँ बिखेरी. किसी ने कहा कि मार्क ने डोनेशन के नाम पर बड़ी धनराशि इधर-उधर की है. हालत ये हो गयी कि मेडिकल कॉलेज में पढ़ रही उनकी एशियन मूल की प्रेमिका पर भी लोग तंज़ करने से बाज़ नहीं आए जो चार माह से उन्हीं के साथ, उन्हीं के घर में रह रही हैं. एक अक्तूबर को रिलीज़ होनेवाली हॉलीवुड फिल्म 'दी सोशल नेटवर्क' ने भी उनकी छवि को धक्का लगाया जिसमें इंगित किया गया था कि युवतियों की चाह में सोशल नेटवर्क साइट शुरू की गयी थी. मार्क को इस बारे में सफाई देनी पड़ी. 2009 में फेसबुक ने अपना नया डिज़ाइन किया गया होम पेज लांच किया था जिसका शीर्षक था ''आपके मन में क्या है?'' कहा जाता है कि यह स्टाइल ''ट्विटर से उड़ाया गया था.
बिल गेट्स और रिचर्ड ब्रोन्सन की तरह मार्क जुकेरबर्ग भी मानते हैं कि मालदार होने का पढ़ाई या डिग्री से कोई ताल्लुक नहीं. यहूदी परिवार में 14 मई 1984 को जन्मे मार्क ने फेसबुक पर अपने प्रोफाइल में लिखा है कि उनकी दिलचस्पी लोगों को आपस में जोड़ने में है. वे खुलेपन के हिमायती हैं और यही खुलापन लोगों को जोड़ता है. मार्क की तीन बहनों में से सबसे बड़ी बहन उन्हीं की कंपनी में कंज़्यूमर मार्केटिंग हेड हैं. फ़ोर्ब्स की अरबपतियों की सूची में मार्क का नाम 212 नंबर पर है और उनकी संपत्ति चार अरब डॉलर से ज़्यादा की आँकी गयी है.
- प्रकाश हिन्दुस्तानी-
Daily hindustan
19.12.2010

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